मनुष्य के जीवन में बहुत उतार-चढाव आते हैं | हमें उससे निराश न होकर आँख में पड़े कांटे की तरह निकालना चाहिए |
जैसे आँख में पड़े तिनके को हलकी सी फूँक मार कर ही निकाला जाता हैं | आँखे मलने से या कुछ अन्य उपाए करने से आँखे लाल होने की संभावना ही अधिक होती हैं उसी तरह जीवन में आई कठिनाइयों को सहजता से लेना चाहिए |
प्यार बाँटते चालों
जैसे आँख में पड़े तिनके को हलकी सी फूँक मार कर ही निकाला जाता हैं | आँखे मलने से या कुछ अन्य उपाए करने से आँखे लाल होने की संभावना ही अधिक होती हैं उसी तरह जीवन में आई कठिनाइयों को सहजता से लेना चाहिए |
प्यार बाँटते चालों
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